दिल दीवाना था, मेरी किस्मत में लिखी थी जुदाई उनकी, उनसे रूठ जाना तो एक बहाना था, उसने मुझे आज़माया बहुत है , जा जा कर मैंने मनाया बहुत है , बहुत प्यारा लगा था दिल को वो शख्स , जिसने मुझे रुलाया बहुत है , उसकी चाहत में दिल मज़बूर हो गया, बेवफाई तो उसका दस्तूर हो गया , कसूर उसका नहीं मेरा था, मैंने चाहा ही उसको इतना की उसको खुद पे गुरुर हो गया .